Bangladesh Hindu Temple: बांग्लादेश में स्थित है मां भगवती का प्रसिद्ध मंदिर, यहां गिरा था सती का मुकुट

Bangladesh Hindu Temple: बांग्लादेश में स्थित है मां भगवती का प्रसिद्ध मंदिर, यहां गिरा था सती का मुकुट

मेरा सनातन डेस्क। यूं तो बांग्लादेश में मुसलमान बहुसंख्यक हैं जो आज हिंदुओं पर अत्याचार करने पर उतारू है। लेकिन बांग्लादेश में हिंदू परंपरा के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, जिनमें एक मंदिर है ढाकेश्वरी मंदिर। 1996 में ढाकेश्वरी मंदिर को बांग्लादेश का राष्ट्रीय मंदिर घोषित कर दिया गया है। ऐसी मान्यता है कि ढाकेश्वरी मंदिर के नाम पर ही ढाका का नामकरण किया गया। ढाकेश्वरी का अर्थ है ढाका की देवी। ढाका की देवी को दुर्गा आदिशक्ति के नाम से जाना जाता है। 

दुनियाभर के हिंदू मां ढाकेश्वरी के दर्शन करने आते हैं


विभाजन के पहले से ही ढाकेश्वरी मंदिर पूरे भारत में प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। बांग्लादेश में रहने वाले लोगों के लिए ही नहीं बल्कि दुनियाभर में रहने वाले भारतीय हिंदुओं के लिए भी यह आस्था का केंद्र है। यहां दुनियाभर के हिंदू मां ढाकेश्वरी के दर्शन करने आते हैं।

51 शक्तिपीठों में से एक ढाकेश्वरी मंदिर


51 शक्तिपीठों में से एक ढाकेश्वरी मंदिर देश के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है। ऐसी मान्यता है कि यहां पर सती का मुकुट का गिरा था। ढाका में प्रमुख देवताओं में मां दुर्गा को पूजा जाता है। दुर्गा उत्सव यहां हिंदुओं का प्रमुख त्योहार माना जाता है। यहां बड़ी संख्या में हिंदू जुटते हैं। 

दूर्गा पूजा का भव्य उत्सव आयोजित होता है


हर साल ढाका में दूर्गा पूजा का भव्य उत्सव ढाकेश्वरी मंदिर में ही आयोजित किया जाता है। माता के दर्शन के लिए यहां कई हजार भक्त पहुंचते हैं। बता दें कि यहां मां मंदिर परिसर में स्वर्ण रूप में विराजित हैं और यहां पर बंगाली वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण देखने को मिलता है, इसमें की लाइन में चार शिव मंदिर हैं।

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