Ganesh Chaturthi: पूरे देश में गणेश चतुर्थी की मची है धूम, आपने नहीं सुनी होगी बप्पा की ये कहानी

Ganesh Chaturthi: पूरे देश में गणेश चतुर्थी की मची है धूम, आपने नहीं सुनी होगी बप्पा की ये कहानी

मेरा सनातन डेस्क। Ganesh Chaturthi 2024: पूरे देश में इन दिनों बप्पा का त्योहार गणेश चतुर्थी बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। घर में सुख शांति और जीवन में सफलता की कामना लिए भक्त बप्पा को 10 दिनों के लिए घर लाते हैं। पहले यह उत्सव महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पड़ोसी क्षेत्रों तक ही सीमित था, अब यह पूरे उत्तर भारत में फैल गया है। 

क्यों मनाई जाती है गणेश चतुर्थी


कुछ लोग यह भी कहते हैं कि गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। किंवदंतियों के अनुसार, माता पार्वती ने गणेश भगवान को बनाया था और जब वह स्नान करने जा रहीं थी तो उनको द्वार पर बैठा दिया था कि कोई अंदर न आ पाए। इस बीच भगवान शिव घर पर आ गए और भगवान गणेश ने उनको द्वार पर ही उन्हें रोक लिया। भगवान शिव के बार बार कहने पर भी गणेश जी नहीं माने और उनके द्वार पर ही रोके रखा,  गणेश को यह नहीं पता था कि शिव उनके पिता हैं क्योंकि माता पार्वती ने उनकी अनुपस्थिति में उन्हें बनाया था।

जब गणेश ने शिव को प्रवेश देने से मना किया तो क्रोधित होकर भगवान शिव ने उनका सिर काट दिया, जिससे माता पार्वती और क्रोधित हो गईं। कथाओं के अनुसार, पार्वती ने भगवान शिव से मांगा की मेरे बच्चे को जीवित, तब भगवान शिव ने गणेश भगवान के एक हाथी के बच्चे का सिर लगाया था। 

जब माता पार्वती का क्रोध शांत हुआ तो उन्होंने प्रेमपूर्वक भगवान गणेश को अपने परिवार में ले लिया। गणेश चतुर्थी का महत्व भगवान गणेश को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है। वह एकदंत, विघ्नहर्ता, गजानन, गणपति, लंबोदर और भी बहुत नाम हैं। किसी काम को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। 

बाधाओं को दूर करते हैं भगवान गणेश

भक्तों का मानना ​​है कि इस त्योहार के दौरान गणेश की पूजा करने से उनके जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी और उन्हें हमेशा समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद मिलेगा। गणेश चतुर्थी की शुरुआत से भारत में 'त्योहारों का सीजन' भी शुरू हो जाता है। गणेश चतुर्थी के बाद नवरात्रि, दिवाली, दुर्गा पूजा और राधाअष्टमी से जैसे त्योहार आते हैं।

About The Author

Mera Sanatan Picture

मेरा सनातन फाउंडेशन एक गैर लाभकारी संगठन है। यहां हम सनातन धर्म से जुड़े विषय वेदों, उपनिषदों, पुराणों, धर्मशास्त्रों, धर्म, अध्यात्म, ज्योतिष के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय व लोक कलाकारों के साथ युवाओं की प्रतिभाओं को एक मंच देना है साथ ही लोगों को सनातन धर्म के प्रति जागरूक करना है। इसके लिए मेरा सनातन ने आने वाले भक्ति काव्य पर लिखने बोलने वाले युवा कवियों के लिए 'सनातन यात्रा' की शुरुआत की है। इसमें कलाकारों और कवियों द्वारा बोली गई रचनाओं (काव्य, गद्य अन्य रचना) को वीडियो के साथ पेश किया जाता है। अगर आप भी सनातन धर्म से जुड़ा कुछ लिखते या कुछ बोलना चाहते हैं तो हमारे मंच पर आपका स्वागत है। 

Related Posts

Advertisement

Latest News

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में संगम स्नान के साथ ही प्राचीन मंदिरों में जरूर करने चाहिए दर्शन Mahakumbh 2025: महाकुंभ में संगम स्नान के साथ ही प्राचीन मंदिरों में जरूर करने चाहिए दर्शन
मेरा सनातन डेस्क। प्रयागराज में कुंभ का आयोजन त्रिवेणी नदी के संगम पर होता है. यहां गंगा, यमुना और सरस्वती...
Mahakumbh Prayagraj: 13 जनवरी से महाकुंभ का आरंभ, ये हैं स्नान की मुख्य तिथियां
बांग्लादेश में इस्कॉन के चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी पर हंगामा, हजारों लोग सड़कों पर उतरे
बांग्लादेश में हिंदुओं की हालात बद से बदतर, कब रिहा होंगे चिन्मय दास
बांग्लादेश में फिर मंदिरों पर हमले; हिंदू परिवार कर रहे पलायन; पुजारियों की हत्या
Utpanna Ekadashi 2024: पापों से मुक्ति दिलाती है उत्पन्ना एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, पारण का समय और पूजा विधि
Vrindavan: प्रसिद्ध गायक ध्रुव शर्मा और स्वर्णा श्री वृंदावन के राधादामोदर मंदिर में करेंगे राग सेवा, जानें समय